मुंडेरा के तीन दोस्तों के सफलता की कहानी से आप परिचित है। जब वे तीनों अपने mid twenties (बीस वर्ष से कम आयु) में सफलता पाने के लिए संघर्षरत हुए।
उसी समय अमर को ‘the compound effect’ नामक एक किताब मिली। जिसमें लिखा था. कि कैसे छोटे-छोटे कार्यों के लगातार करते रहने से किसी व्यक्ति में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं। (तीन दोस्त)
अमर उस किताब से बहुत प्रेरित हुआ। उसने किताब की शिक्षाओं को अपने जीवन में लागू करने का निश्चय किया। तीनों में से ‘अमर’, एक अनुशासित लड़का था। वह अपने सभी कार्यो के प्रति दृढ़ नैतिक रवैया अपनाता था।
तीनों दोस्तों में सबसे पहले अमर को सफलता मिली थी। एक दिन जब तीनों दोस्त एक साथ बैठें थे। मुन्ना और भगत ने उससे उसके सफलता का राज पुछा।
अमर ने बताया कि कैसे उसे the compound effect के अध्ययन को अपने कार्यरूप में शामिल किया। वह अपने प्रतिदिन के व्यवहार में निरंतरता लाने लगा। जल्दी उठना, नियमित व्यायाम करना, self deployment पर किताबें एवं पोडकास्ट सुनना। सभी का अभ्यास करना शुरू कर दिया था।

अमर कहता है कि उपरोक्त कार्यों के निरंतरता के कारण सफल हुआ। शुरुआत में उसने कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा। वह अपनी सुधार हेतु अपनी मेहनत पर कायम रहा। जैसे-जैसे समय बीतता गया। वैसे-वैसे उसके लगातार मेहनत का फल मिलने लगा। वह पहले के अपेक्षा ज्यादा fit हो गया। उसके अंदर अपने ऊपर विश्वास बढ़ गया है।
अब जब दोस्तों ने सलाह मांगी कि उसने अपने जीवन में सफलता कैसे प्राप्त की, तो अमर ने उन्हें निम्नलिखित सुझाव दिया- (podcast)
छोटे से शुरू करें: उन कार्यों से शुरू करें जो हम आसानी से करने में सक्षम होते हैं या जिन्हें हम अपने संसाधनों और समय के साथ अच्छी तरह से संचालित कर सकते हैं। जैसे रोज 30मिनट टहलना/किताबें पढ़ना, अपना पसंदीदा खेल का अभ्यास करना। ये छोटी-छोटी आदतें, जब समय के साथ आप बढ़ाते जाएंगे तो बड़े परिणाम दे सकती हैं।
निरंतर रहें: अब आपकी जिस क्षेत्र में रूचि है। उसका अभ्यास और महत्व देना शुरू करें। अगर आपने शुरू के महीने के अंत तक अपने सुधार की निरंतरता बनाईं रखीं, तो ये आपकी आदत बन जायेगी। यह सब ऐसा नहीं है कि आप perfectly कर सकते हैं , सब मिलाकर उन्हें लगातार करते रहना है।
प्रेरित रहें: हम सभी को प्रेरित रहने के तरीके खोजने होंगे ताकि अपनी अच्छी आदतों को जारी रख सकें। इसमें लक्ष्य निर्धारित करना, अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए, सकारात्मक प्रभावों के साथ खुद को तैयार करना होगा।
खुद पर विश्वास करें: हमे खुद पर और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की क्षमता पर विश्वास करना होगा। यह हमारे मनोदशा, आत्मविश्वास और कार्यों को प्रभावित करता है।
कुल मिलाकर, अमर ने दोनों मित्रो को अपने जीवन के सभी लक्ष्यों की ज़िम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया। जो उनके लक्ष्यों और मूल्यों के साथ मेल खाता हो। दोनों मित्र, अमर की शिक्षाओं को अमल में लाकर और अपनी आदतों के प्रति प्रतिबद्ध रहकर, वे अपने जीवन में सफलता और खुशियां हासिल कर सकते हैं।

अंत में, तीनों ने अपने जीवन में सफलता हासिल कर ली थी, लेकिन अंतर उनकी आदतों में था। अमर ने जल्दी शुरुआत की थी और सबसे पहले सफल हुआ। जबकि उसके दोनों मित्र ने उसके सलाह के हिसाब से शुरू किया। मेहनत के अनुरूप उन्हें सफलता प्राप्त हुई। अच्छी संगत और सही सलाह ने उन सभी मित्रों सफलता के लिए काम किया था।
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