दोस्तोवस्की और मार्केस

पीटीसी सीतापुर में एडिशनल एसपी महोदय श्री राजेंद्र यादव जी की हफ्ते में एक क्लास लगती थी उनके द्वारा क्लास में अपराध पर बात करते हुए दस्तोएवस्की के चरित्र युवा स्कालनिकोव के अपराध करने की मानसिकता को जितना आसान ढंग उद्धृत किया उसके विपरीत इस साल मेरे द्वारा पढ़े गए किताबों ‘अपराध एवं दण्ड’ तथा ‘एकाकीपन के सौ साल’, ने पुरे दिमाग को हिला डाला।